ना केवल कच्चे धागों का है ये पक्के संबंधों का पर्व, ना केवल कच्चे धागों का है ये पक्के संबंधों का पर्व,
भाई बिना बहन किसे बाँधे राखी और किसे पुकारे भााई। भाई बिना बहन किसे बाँधे राखी और किसे पुकारे भााई।
जो शरारत मे अपने बड़े भाई को बचाना जानती थी, हर कॉमिक्स को पहले उसे पढ़ने देती वही भा जो शरारत मे अपने बड़े भाई को बचाना जानती थी, हर कॉमिक्स को पहले उसे पढ़ने दे...
रक्षाबंधन पर्व नहीं यह, भाई-बहन की अजर निशानी। रक्षाबंधन पर्व नहीं यह, भाई-बहन की अजर निशानी।
बचपन से लेकर बुुढापे के गलियारे तक बंंधा रहे ये बंधन आने वाले युगों-युगों तक। बचपन से लेकर बुुढापे के गलियारे तक बंंधा रहे ये बंधन आने वाले युगों-युगों तक।